
नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के नियमित कैप्टेन विराट कोहली अगर SA के खिलाफ जोहान्सबर्ग में द्वितीय टेस्ट खेलने आते तो यह उनके टेस्ट करियर का 99वां मैच होता। दूसरे टेस्ट स्टार्ट होने से ठीक पहले पीठ में खिंचाव के कारण उन्हें प्लेइंग ग्यारह से बाहर कर दिया गया था। कोहली के दूसरे टेस्ट शृंखला से बाहर होने के कारण टीम की कप्तानी KL Rahul को सौंपी गई, जबकि उनकी जगह हनुमा विहारी को Playing 11 में मौका दिया गया। केएल राहुल को 1st बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने का मौका मिला है।
जोहान्सबर्ग में टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली का प्रदर्शन बहुत शनादर अच्छा रहा है और उन्होंने यहां खेले गए सिर्फ दो टेस्ट श्रींखला मैचों में 310 रन बनाए, जिसमें एक शतक भी शामिल है। कोहली के प्रदर्शन को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि उनके शतक का सूखा भी यहीं खत्म होने वाला है। विराट वर्ष 2019 से क्रिकेट के किसी भी प्ररूप में एक भी शतक नहीं बना पाए हैं और क्रिकेट फैंस उनके बल्ले से बड़ी पारी का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। फिलहाल उनकी पीठ में खिंचाव के कारण यह प्रतीक्षा थोड़ा और लंबा हो गया।
जोहान्सबर्ग में टेस्ट मैचों में किंगकोहली के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने वर्ष 2013 में यहां खेले गए टेस्ट मैच की प्रथम पारी में 119 रन बनाए थे, जबकि द्वितीय पारी में उन्होंने 96 रन बनाए थे। इसके बाद एक बार फिर वर्ष 2018 में विराट ने इस मैदान पर 1st पारी में 54 और 2nd पारी में 41 रन बनाए। वहीं अगर विराट कोहली के टेस्ट श्रृंखला करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक खेले 98 मैचों में 50.34 की औसत से 7854 कुल रन बनाए हैं और 254 रन उनका सर्वश्रेष्ठ बेस्ट स्कोर है। उन्होंने अपने टेस्ट श्रींखला करियर में अब तक 27 शतक बनाए हैं।