
2007 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। 4 साल बाद भारत ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप भी जीता था, लेकिन यहीं से भारत का सूखा शुरू हो गया। इसके बाद 4 टी20 वर्ल्ड कप और 2 वनडे वर्ल्ड कप तो निकल गए, लेकिन भारत की झोली खाली रही. अब ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से काफी उम्मीद है और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि सफलता हासिल करने के लिए सही तरीके से काफी कुछ करना होगा।
टी20 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मैच 23 अक्टूबर को मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ होना है। इससे पहले टीम इंडिया अभ्यास मैच के लिए ब्रिस्बेन में थी। यहां एक साक्षात्कार में भारतीय कप्तान रोहित ने विश्व कप में सफलता के लिए आवश्यक अपेक्षाओं और चीजों के बारे में अपनी राय व्यक्त की। रोहित की कप्तानी में यह भारत का पहला आईसीसी टूर्नामेंट है और ऐसे में वह इसे खास बनाना चाहेंगे।
सेमीफ़ाइनल या फ़ाइनल की परवाह न करें
बीसीसीआई ने रोहित के इंटरव्यू का वीडियो अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया। टूर्नामेंट में खिताब जीतने के मुद्दे पर रोहित ने कहा,
हमारा लक्ष्य और विजन विश्व कप जीतना है लेकिन हम यह भी जानते हैं कि वहां तक पहुंचने के लिए हमें काफी कुछ करना होगा। इसलिए हमारे लिए यह जरूरी है कि हम एक समय में एक ही चीज पर फोकस करें। हमें हर उस टीम पर ध्यान देना होगा जिसका हम सामना करेंगे। साथ ही यह भी जरूरी है कि हम सेमीफाइनल या फाइनल के बारे में न सोचें।
न केवल विश्व कप, बल्कि भारत ने लंबे समय से कोई आईसीसी खिताब नहीं जीता है। टीम इंडिया ने पिछली चैंपियनशिप 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीती थी। ऐसे में टीम इंडिया इस बार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है और इसी के चलते भारतीय टीम ने 7 अक्टूबर से ही ऑस्ट्रेलिया में कैंप कर तैयारी शुरू कर दी थी। .
पर्थ में एक हफ्ते की तैयारी के बाद भारतीय टीम ब्रिस्बेन आई। इस बारे में रोहित ने कहा, ‘जब भी आप वर्ल्ड कप के लिए आते हैं तो यह शानदार अहसास होता है। पर्थ में हमारा प्रशिक्षण शिविर बहुत अच्छा था। हमने हाल ही में घरेलू सरजमीं पर दो सीरीज जीती हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में चुनौती काफी अलग होगी। परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होंगी लेकिन हमारे यहां जल्दी आने का एक कारण है।