
भारत ने वेस्टइंडीज को 3 एकदिवसीय सीरीज में क्लीन स्वीप किया। टीम इंडिया ने डकवर्थ-लुईस नियम से बारिश बाधित तीसरा ODI 119 रन से जीत लिया। भारत के लिए पूरी सीरीज में तीन खिलाड़ियों ने बेहद बढ़िया खेल दिखाया। उन्हीं की बदौलत भारत ने सीरीज जीती। वेस्टइंडीज को भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजो ने दिखाया आग। शिखर धवन की कप्तानी में टीम इंडिया ने प्रथम बार वेस्टइंडीज की धरती पर क्लीन स्वीप किया। इसमें तीन भारत के खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई। आइए जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में।
भारतीय टीम को मिला आतिशी का ओपनर
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में हिटमैन शर्मा को आराम दिया गया था, उनकी अनुपस्थिति में शुभमन गिल ने धमाकेदार बल्लेबाजी की और अपने खेल से सभी लोगो का दिल जीत लिया। सुभमन ने तीसरे वनडे में 98 गेंदों में 98 रन बनाए, जिसमें 2 लंबे छक्के और 7 चौके शामिल थे। गिल अपने शतक से 2 रन से चूक गए। वह पूरी श्रृंखला के दौरान विंडीज टीम के लिए कॉलर बने रहे। जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे। ऐसा नहीं लग रहा था कि हिटमैन शर्मा नहीं खेल रहे हैं। गिल के रूप में भारत को एक ऐसा ओपनर मिला है, जो विस्फोटक बेटिंग करने में माहिर है। सुभमन ने पूरी सीरीज में बेहतरीन काम किया। इसी वजह से उन्हें ‘मैन ऑफ द-सीरीज’ का अवॉर्ड दिया गया।
इस स्पिनर ने किया कमाल
भारत के जादुई स्पिनर युजवेंद्र चहल ने विंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में किलर फेंकी। युजवेंद्र ने अपने चार ओवर के कोटे में 17 रन देकर 4 विकेट लिए। उनकी गेंदों को खेलना इतना आसान नहीं है। जब वह अपनी लय में होते हैं तो किसी भी बल्लेबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। चहल ने दूसरे वनडे मैच में एक विकेट और पहले वनडे मैच में चार विकेट लिए। वह टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े मैच-विनर बन गए हैं। जब भी कप्तान को विकेट की जरूरत होती है। उन्होंने युजवेंद्र चहल का नंबर बदला।
तीसरे नंबर के बड़े दावेदार
वेस्टइंडीज सीरीज में तीन नंबर पर खेलने आए श्रेयस अय्यर ने तूफानी प्रदर्शन किया। हर मैच में उन्होंने अपने प्रदर्शन में सुधार किया एवं मौके का पूरा फायदा उठाया। तीसरे वनडे मैच में श्रेयस ने 44 रन बनाए। वहीं दूसरे वनडे मैच में उन्होंने 63 रनों की बढ़िया पारी खेली। वेस्ट इंडीज दौरे पर इस प्लयेर ने दिखाया कि उसके पास अपार प्रतिभा है और वह भारत के बल्लेबाजी क्रम की मजबूत रीढ़ बन गया है।