
रोहित शर्मा इस वक्त भारतीय क्रिकेट में चिंता का विषय हैं। वजह है उनकी बल्लेबाजी। टीम इंडिया के कप्तान का बल्ला इस समय शांत है और वह उस रंग में नहीं दिखते जिसके लिए वह मशहूर हैं। एशिया कप के बाद हिटमैन ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका सीरीज में भी कुछ खास नहीं किया। वह आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप-2022 के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ सस्ते में आउट हो गए थे। रोहित का फार्म कहा गायब हैं, इस पर उनके बचपन के कोच दिनेश लाड ने बात की है।
रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड जिस तरह से आउट हुए हैं उससे खुश नहीं हैं और उनका मानना है कि टीम इंडिया के कप्तान को जोखिम लेने के बजाय पारी के सूत्रधार की भूमिका निभानी चाहिए। रोहित ने पाकिस्तान टीम के खिलाफ मैच में केवल चार रन बनाए।
दिनेश चाहते हैं कि रोहित विकेट पर अधिक समय बिताएं। उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पिछले कुछ टाइम से काफी जोखिम भरा खेल खेल रहे हैं जो उन्हें नहीं खेलना चाहिए। मुझे नहीं पता कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। वह केवल आक्रामक होकर खेलकर गलती कर रहा है।
उन्होंने कहा, उन्हें क्रीज पर ज्यादा वक्त बिताना चाहिए और अपना विकेट नहीं गंवाना चाहिए। मैं नहीं चाहता कि वह पावरप्ले के पहले छह ओवरों में जोखिम उठाए। उसे सामान्य और स्वाभाविक खेल दिखाना चाहिए।
राहुल द्रविड़ के कोच बनने और रोहित शर्मा के कप्तान बनने के बाद टीम इंडिया ने T-20 में आक्रामक खेलने की रणनीति अपनाई है और कई बार इसका बचाव भी किया है। रोहित भी उसी रणनीति के तहत शुरू से ही आक्रामक खेल खेलने की कोशिश करते हैं। लाड का मानना है कि एकबार रोहित के विकेट पर रहने के बाद वह लंबी पारी खेल सकते हैं।
उन्होंने कहा, उन्हें हर मैच में 17,18 ओवर खेलकर 70,80 रन बनाने चाहिए। उनके कोच के रूप में, मैं उन्हें एक विस्फोटक बैट्समैन के रूप में नहीं, बल्कि पारी के वास्तुकार के रूप में देखना चाहता हूं। अगर वह कुछ देर विकेट पर टिके रहते हैं तो लंबी और उपयोगी पारी खेलेंगे। वह बहुत सारे हवाई शॉट खेल रहे हैं जिनकी कभी-कभी टी 20 क्रिकेट में आवश्यकता होती है लेकिन उन्हें नियंत्रित आक्रामकता के साथ खेलना चाहिए।