
ICC T20 World Cup-2022 में टीम इंडिया की शुरुआत शानदार रही। अपने फर्स्ट मैच में उन्होंने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को बेहद रोमांचक मुकाबले में हराया। टीम इंडिया ने सुपर-12 चरण में बढ़िया खेला और केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार गई। टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन इंग्लैंड टीम से हारकर बाहर हो गई। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के प्रदर्शन को देखा जाए तो कुछ ही खिलाड़ी चल पाते थे और ज्यादातर खिलाड़ी फेल हो जाते थे।
न भुवी न अश्विन चले
भारत के दो सबसे अनुभवी गेंदबाज इस टूर्नामेंट में नाकामयाब रहे। भुवनेश्वर कुमार पर काफी कुछ निर्भर था लेकिन यह बौलर्स उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। इस टी20 वर्ल्डकप में भुवनेश्वर के प्रदर्शन पर नजर डालें तो दाएं हाथ के इस स्विंग गेंदबाज ने कुल छह मैच खेले लेकिन केवल चार विकेट ही ले सके। रोहित और टीम प्रबंधन ने विकेट के लिए संघर्ष करने वाले अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन की जगह विकेट लेने वाले युजवेंद्र चहल को तरजीह दी, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने भी निराश किया। अश्विन छह मैचों में सिर्फ छह विकेट ही ले सके।
कप्तान-उप-कप्तान निराश किया
कप्तान रोहित शर्मा इस विश्वकप में बतौर कप्तान बुरी तरह असफल रहे। इस टूर्नामेंट में कप्तान ने केवल एक अर्धशतक बनाया, वह भी नीदरलैंड कमजोर टीम के खिलाफ। इसके अलावा कप्तान हर बड़े मैच में असफल रहा। चाहे वह पाकिस्तान का मैच हो, साउथ अफ्रीका का मैच हो या फिर सेमीफाइनल का। कप्तान ने छह मैचों में 116 रन बनाए। कप्तान की हालत उप-कप्तान केएल राहुल जैसी ही थी। राहुल ने इस टूर्नामेंट में दो अर्धशतक जरूर लगाए लेकिन बड़े मैचों में वह फ्लॉप रहे। राहुल ने बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ अर्धशतक लगाया था, लेकिन वह सेमीफाइनल में 5 रन से आगे नहीं जा सके। राहुल ने छह मैचों में 128 रन बनाए।
अक्षर पटेल और शमी ने भी किया निराश
रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने से भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों खिलाड़ियों की जगह अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी भी कुछ खास असर नहीं छोड़ पाए। शमी ने छह मैचों में छह विकेट लिए। पटेल ने पांच मैच खेले लेकिन मात्र तीन विकेट ही ले सके।