
खराब फॉर्म से जूझ रहे चेतेश्वर पुजारा ने एक बार फिर इंडिया टीम में जगह बनाई है। पुजारा को इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था। हालांकि पुजारा की भारतीय टीम में वापसी ने उनके साथ के खिलाड़ी और टेस्ट बल्लेबाज हनुमा विहारी की नींद उड़ा दी होगी। पुजारा की वापसी के बाद एक बार फिर भारतीय क्रिकेट के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में कुछ प्लेयर्स को बाहर का रास्ता तलाशना पड़ सकता है।
चेतेश्वर पुजारा के आने से बढ़ी हनुमा विहारी की टेंशन
श्रीलंका और भारत टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा को मौका नहीं दिया गया। उनकी जगह हनुमा विहारी नंबर तीन स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरे। ऐसे में अब जब चेतेश्वर की वापसी हुई है तो हनुमा के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव होना लगभग तय है। हालांकि, वह इस बदलाव से चिंतित नहीं हैं। उन्होंने भारत से बातचीत में कहा, ‘मैं बहुत लचीला हूं और किसी भी जगह पर खेल सकता हूं। मैं कई बार शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने आया हूं और कई बार निचले के क्रम में भी। अंत में खुद को ढालना पड़ता है। मेरे लिए मात्र खेल की शर्तें मायने रखती हैं।
पुजारा को मिला काउंटी में खेलने का फायदा
Team India से निकाले जाने के बाद पुजारा ने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने में टाइम बिताया। ससेक्स के लिए पुजारा ने पांच मैचों की 8 पारियों में दोहरा शतक समेत 720 रन बनाए थे। ऐसे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने फिर से उन पर भरोसा जताया और इंग्लैंड के खिलाफ पिछले साल की श्रृंखला के आखिरी मैच के लिए 17 सदस्यीय टीम में जगह दी। चेतेश्वर पुजारा ने अपने चयन पर कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इंग्लैंड टीम के खिलाफ टेस्ट मैच में चुना गया है। यह जानकर खुशी हुई कि हाल ही में मेरे काउंटी क्रिकेट प्रदर्शन पर ध्यान दिया गया। काउंटी मैचों के दौरान मैदान पर वक्त बिताने के बाद मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में विहारी 2-1 से आगे

हनुमा साल 2020-21 के दौरान खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के हीरो रहे थे। उन्होंने अश्विन के साथ बल्लेबाजी करते हुए सिडनी टेस्ट-ड्रा करवाया। इसके बाद वह हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण बाकी मैच नहीं खेल सके। हनुमा अब केवल एजबेस्टन टेस्ट पर ध्यान देना चाहते हैं। भारत चार मैचों की Test Series में 2-1 से आगे है और उसके पास इतिहास रचने का मौका है।