
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने माना कि भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों को ‘भूमिका की स्पष्टता’ की जरूरत है। लेकिन वह फिर से स्टार्टिंग़ करने की कोशिश करने के बजाय अपने पूर्ववर्ती किंग कोहली के काम को आगे बढ़ाएंगे। वनडे कप्तान के रूप में पूरी जिम्मेदारी संभालने के बाद मीडिया से अपनी प्रथम बातचीत में रोहित ने खुद को टेस्ट कप्तान बनाने की संभावना जैसे सवालों से खुद को दूर रखा। रोहित ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ ओपनिंग वनडे से प्रथम वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘यह हमेशा जरूरी है कि हर कोई उन्हें दी गई भूमिका को बखूबी निभाने केलिए साथ आए। आगे बढ़ने के लिए हमारे लिए टीम में कुछ प्लेयर्स की भूमिका पर स्पष्टता होना जरूरी है।
कप्तान ने कहा कि वह इन प्लेयर्स से बात करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हम कर सकते हैं तो हमें इसे सही करना चाहिए और प्लेयर से इस बारे में बात करनी चाहिए। मुझे लगता है कि हमें जरूरत के अलग-अलग टाइम पर अलग-अलग खिलाड़ियों से वह मिल सकता है जिसकी हमें जरूरत है। रोहित ने जब भी विराट की अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व किया है तो उनका प्रदर्शन खराब नहीं रहा है और वह फ्रेंचाइजी के कामयाब कप्तान हैं। जैसा कि हिटमैन को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में 0-3 की पराजय के बाद ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा,
देखिए, हमें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है, हमें सिर्फ खेल की अलग-अलग परिस्थितियों के अनुकूल होने की जरूरत है। पिछले कुछ वर्षों में हमने बहुत अच्छा एक दिवसीय क्रिकेटखेला है, कुछ वर्षों से अधिक टाइम तक इसलिए श्रृंखला हारने का मतलब यह नहीं है कि हमें हार मान लेनी चाहिए।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज ने सिखाया सबक
रोहित चोट के कारण श्रृंखला का हिस्सा नहीं थे लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि दक्षिण अफ्रीकी श्रृंखला सिखाने के लिए अच्छी थी। उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा है कि हमें अपने खेल में कुछ समझना और सीखना है। दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला हमारे लिए यह सीखने के लिए अच्छी थी कि हमने साथ में क्या नहीं किया। ऐसा हमेशा नहीं हो सकता है कि केवल एक या दो खिलाड़ी ही प्रदर्शन करें। विराट जहां से गए हैं, हमें उसे आगे ले जाना है।
विराट के काम को आगे बढ़ाएंगे रोहित
भारतीय टीम ने विराट के नेतृत्व में एकदिवसीय मैचों में 70 प्रतिशत से अधिक कामयाबी हासिल की है, जिसका अर्थ है कि उन्हें अपने पूर्ववर्ती कप्तान के रूप में बढ़िया काम करने की जरूरत है। रोहित ने कहा, ‘मेरा मतलब है कि जब विराट कप्तानी कर रहे थे, तब मैं उपकप्तान था, इसलिए हम उसी तरह टीम का नेतृत्व कर रहे थे। जहां उन्होंने (कोहली) मुझे छोड़ा है, मुझे बस उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि मुझे आकर कुछ बड़ा बदलाव करने हैं।
उनका मानना है कि ज्यादातर खिलाड़ी जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है। उन्होंने कहा, ‘टीम इस बारे में बहुत कुछ जानती है कि उनसे क्या उम्मीद कीजाती है और आप उसी ‘टेम्पलेट’ (विधि) को जारीरखना चाहते हैं। हमें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है, हमारे पास एक बढ़िया टीम है और हम अच्छे खिलाड़ी हैं। यह अलग-अलग टाइम पर अलग-अलग चीजों को करने के लिए खुद को ढालने और तैयार होने की बात है।