
नई दिल्ली: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार को यहां कहा कि उनकी टीम ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन मैचों की ODI श्रृंखला से वह हासिल कर लिया जो वे चाहते थे। भारत ने तीसरे वनडे में विंडीज टीम को 96 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। बतौर वनडे कप्तान रोहित की यह पहली सीरीज थी।
सीरीज जीत से बेहद खुश कप्तान
मैच के बाद हिटमैन ने कहा, ‘हमने इस सीरीज में कई चीजों को आजमाया तथा परखा है। इस श्रींखला से हमें जो चाहिए था वह मिला। उन्होंने कहा, ‘जब तक हम खेल रहे हैं, चीजें होती रहेंगी। हम जानते हैं कि हम इंडिया में उच्च स्तर का खेल खेल रहे हैं और लोगों की निगाहें हमपर हैं। खिलाड़ी और व्यक्तिगत रूप-से हम जानते हैं कि हमें किस पर ध्यान देना है।
रोहित ने कहा, ‘बाहर जो भी चीजे हो रहा है उसका ड्रेसिंग रूम के माहौल पर कोई असर नहीं पड़ता। यह महत्वपूर्ण है अगर हम वह करते हैं जो हमसे अपेक्षित है।
रोहित ने की इन खिलाड़ियों की तारीफ
उन्होंने फिर से तेज गेंदबाज प्रसिद्धकृष्णा की प्रशंसा की, जिन्होंने तीन उखाड़ लिए और तीन मैचों में कुल नौ विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए। रोहित ने कहा, ‘हम चाहते थे कि गेंदबाजों को पिच से उछाल मिले। हमारे पास एक ऐसा गेंदबाज है जो इतनी लंबी गेंदबाजी करके बैट्समैनों को परेशान कर सकता है। हमारे तेज गेंदबाजों ने बढ़िया प्रदर्शन किया। म. सिराज ने जिस तरह की गेंदबाजी की उससे मैं भी प्रभावित था। ठाकुर, दीपक को भी मौके मिले।
कुलदीप की वापसी पर हिटमैन शर्मा ने भी कहा
स्पिनर Kuldip Yadav की सफल वापसी के बारे में कप्तान ने कहा, ‘कुलदीप और यवुन्द्र दोनों हमारे लिए अहम खिलाड़ी हैं। उन्होंने एक ग्रुप के तौर पर बेहरतीन प्रदर्शन किया है।’ भारत को खराब शुरुआत से उबारने वाले मध्यक्रम के बैट्समैनों के बारे में रोहित ने कहा, ‘शीर्षक्रम काम नहीं कर रहा है, इसलिए यह देखना अच्छा है कि मिडिलआर्डर ने हमें परेशानी से बाहर निकाला। आज वह हमें सम्मानजनक स्कोर तक ले गया। यह सबसे बड़ा postive पहलू था।
वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन ने माना कि उनकी टीम को इस प्रारूप में काफी सुधारकरने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘श्रृंखला में हमने जिस तरह से गेंदबाजी की वह शानदार थी लेकिन हमें बल्लेबाजी औऱ गेंदबाजी दोनों पर काम करने की जरूरत है। खासकर इस सीरीज में हमारी बल्लेबाजी बेकार रही। हम छोटे प्रारूप में बेहतर हैं लेकिन हमें इस लंबे प्रारूप में काम-करने की जरूरत है।