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रहाणे को भारत के दो दिग्गजों ने कहा, इसे बाहर करो और इस खिलाड़ी को मौका दो

England Vs India : इंग्लैंड दौरे पर अजिंक्य रहाणे के बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला है। ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके, जबकि यह पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार रही।

भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बुरी तरह विफल रहे। वह चार टेस्ट की सात पारियों में सिर्फ 109 रन ही बना पाए हैं। अजिंक्य रहाणे के बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला है. ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके, जबकि यह पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार रही। यहां निचले क्रम के बल्लेबाजों ने आसानी से रन बनाए लेकिन रहाणे को यहां भी दिक्कत हुई। पहली पारी में भी वह केवल 14 रन ही बना सके। ऐसे में टीम इंडिया में उनकी जगह खतरे में है. उन्हें हटाने की मांग तेज हो गई है। आम क्रिकेट फैन के साथ-साथ जानकारों का भी मानना ​​है कि अभी रहाणे की जगह टीम में नहीं बन रही है. उन्हें बाहर फेंक देना चाहिए। पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और जहीर खान की भी कुछ ऐसी ही राय है। उनका कहना है कि रहाणे को अभी भी टीम इंडिया से ब्रेक देकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलने की जरूरत है।

वीवीएस लक्ष्मण ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान कहा कि अजिंक्य रहाणे अभी किसी भी तरह की लय में नहीं हैं। इसलिए बेहतर होगा कि उन्हें अगले टेस्ट से आराम दिया जाए।


लक्ष्मण के मुताबिक, ‘रहाणे को ब्रेक देने की जरूरत है। मुझे नहीं पता कि उनके लिए भविष्य क्या है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि टीम में अच्छे खिलाड़ी वापस आते हैं। लेकिन उन्होंने जिस तरह का फॉर्म और कॉन्फिडेंस दिखाया है और उनकी बॉडी लैंग्वेज के मुताबिक वह कॉन्फिडेंस में नहीं हैं। दूसरी पारी में भी रवींद्र जडेजा को पदोन्नत किया गया था। इससे संदेश साफ है कि अभी टीम प्रबंधन को लगता है कि रहाणे की हालत ठीक नहीं है. उसका आत्मविश्वास कम है।

लक्ष्मण ने अगले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को रिप्लेस कर हनुमा विहारी को शामिल करने का बात कही। उन्होंने कहा कि ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले टेस्ट के लिए विहारी को रहाणे की जगह मौका मिलना चाहिए।

Photo Credit: Mumbaiindians

क्रिकबज से बात करते हुए जहीर खान ने कहा कि रहाणे अभी फॉर्म में नहीं है। ऐसे में उन्हें रुककर सोचना होगा और फर्स्ट क्लास क्रिकेट को कुछ वक्त देना होगा. जहीर ने कहा, ‘यह सब फॉर्म की बात है। आपको रुकना है और देखना है, गणना करना है। हम सब मिलकर मेहनत करके ही आगे बढ़ सकते हैं। जरूरी है कि ऐसे खिलाड़ी को दबाव से हटाकर सुधार का मौका दिया जाए। हम कहते हैं कि आप दलदल से जितना बाहर निकलने की कोशिश करते हैं, उतना ही फंसते जाते हैं। ऐसे समय में तकनीकी पक्ष के साथ-साथ मानसिक दबाव भी काफी होता है। आप इस प्रकार की स्थिति में जितने अधिक होंगे, आपके नाम के आगे स्कोर उतना ही खराब होगा।

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