
भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों टी20 एवं वनडे सीरीज के लिए न्यूजीलैंड के दौरे पर है। टी20 सीरीज में भारतीय टीम की जीत के बाद अब दोनों टीमों के बीच वनडे सीरीज भी शुरू हो गई है, जिसमें मेजबान न्यूजीलैंड ने 25 नवंबर शुक्रवार को प्रथम मैच जीता। संयोग से यह वनडे सीरीज उसी टाइम शुरू हुई, जब 27 साल पहले दोनों टीमों के बीच वनडे सीरीज खेली गई थी।
1995 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच ऐसी ही एक ODI सीरीज खेली गई थी, जिसका पांचवां मैच 26 नवंबर को खेला गया था। इस मैच को नाथन एस्टल की जबरदस्त पारी के लिए याद किया जाता है, लेकिन दुर्भाग्य से इस मैच में एक दर्दनाक हादसा भी हुआ।
ठीक 27 साल पहले रविवार, 26 नवंबर 1995 को भारत और न्यूजीलैंड के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मैच नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच के पहले हिस्से में न्यूजीलैंड के उभरते हुए बल्लेबाज नाथन एस्टल का तूफान पर्दशन देखने को मिला था, लेकिन दूसरे हिस्से के शुरू होने से पहले ही एक भयानक हादसा हो गया।
दीवार गिरने से 9 की मौत
वीसीए स्टेडियम को 1996 के विश्वकप के लिए पुनर्निर्मित किया जा रहा था, इसके पूर्वी मंडप में एक नई रिटेनिंग वॉल बनाई गई थी। मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक स्टेडियम में जमा हो गए थे। न्यूजीलैंड की पारी के बाद जब लंच ब्रेक चल रहा था तो दूसरे एवं तीसरे टीयर में मौजूद दर्शक बाहर आ रहे थे। इसी बीच यह नवनिर्मित दीवार ढह गई, जिसके मलबे में कई दर्शक फंस गए।
इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 अन्य दर्शकों ने अस्पताल में अंतिम सांस ली। वहीं, इस घटना में 60 से ज्यादा दर्शक भी घायल हो गए।
इस हादसे ने वहां मौजूद सभी लोगों को झकझोर कर रख दिया, लेकिन इसके बावजूद आयोजकों ने मैच रद्द नहीं किया। यहां तक कि खिलाड़ियों को भी इसके बारे में नहीं बताया गया और भारत की पारी शुरू हो गई। दरअसल, आयोजकों को डर था कि मैच रद्द होने की स्थिति में बड़ी संख्या में दर्शक हंगामा करेंगे, जिससे बड़ी अनहोनी की आशंका बनी रहेगी।
एस्टल का शतक, भारत की हार
इन सबके बावजूद मैच पूरा हुआ और न्यूजीलैंड ने भारत की टीम को 99 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया। कीवी टीम ने फर्स्ट बल्लेबाजी की और नाथन एस्टल ने वनडे में अपना पहला शतक लगाया। उनकी 114 रनों की पारी के दम पर न्यूजीलैंड ने आठ विकेट खोकर 348 रन बनाए, जो उस समय तक वनडे क्रिकेट में तीसरा सबसे बड़ा स्कोर था। जवाब में टीम इंडिया 40 ओवर में महज 249 रन पर ढेर हो गई। भारत के लिए सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा 65 रन बनाए।