
टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए टीम इंडिया की तैयारी पक्की है। इसका सबूत वार्मअप मैचों में भी देखने को मिला। टीम इंडिया ने पहले इंग्लैंड को आसानी से हराया और फिर बुधवार को उसने ऑस्ट्रेलिया को भी धोया। अच्छी बात यह है कि टीम इंडिया के मुख्य बल्लेबाजों के बल्ले रंग में हैं। केएल राहुल ने इंडियन प्रीमियर लीग 2021 की अपनी फॉर्म को बरकरार रखा है और रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्धशतक लगाकर शुभ संकेत दिए हैं। गेंदबाजी में भी इंडिया ने कई सकारात्मक परिणाम हासिल किए हैं। हालांकि, अच्छे प्रदर्शन के बाद अब टीम इंडिया के सामने कई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
भारतीय टीम के तमाम खिलाड़ी तैयार दिख रहे हैं और अब चयन कप्तान कोहली के लिए सिरदर्द बन गया है। हालांकि दुनिया का हर कप्तान ऐसी समस्या चाहता है। विराट कोहली के ओपनिंग बल्लेबाज फिक्स हो गए हैं। रोहित और राहुल ओपनिंग करने वाले हैं। लेकिन दिक्कत अलराऊंडर हार्दिक पांड्या की जगह को लेकर है।
हार्दिक पांड्या को दोनों अभ्यास मैचों में ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। पांड्या अपनी छोटी पारी में संघर्ष करते नजर आए। अब सवाल यह है कि क्या पांड्या को खराब फॉर्म के बावजूद प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिए?
विराट-धोनी के लिए एक और समस्या शार्दुल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार हैं। पहले अभ्यास मैच में भुवनेश्वर कुमार का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। उन्होंने 4 ओवर में 54 रन दिए लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह गेंदबाज वापसी करने में कामयाब रहा। भुवी ने 4 ओवर में 27 रन देकर 1 विकेट लिया। भुवी जब पहले मैच में फेल हो गए थे तो उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में रखने की बात चल रही थी। शार्दुल की गेंदबाजी फॉर्म शानदार है और वह निचले क्रम में भी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं. पांड्या के फॉर्म में नहीं होने से शार्दुल ठाकुर अधिक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन जाते हैं। लेकिन भुवी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और अब देखना होगा कि भारतीय प्लेइंग इलेवन में किसे जगह मिलती है।
आर अश्विन ने भारतीय टीम के लिए तीसरी बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। अश्विन पहले प्लेइंग 11 की दौड़ में दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे, लेकिन अभ्यास मैचों में इस खिलाड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन ने 8 रन देकर 2 विकेट लिए। अब सवाल यह है कि क्या टीम इंडिया अश्विन को दूसरे स्पिनर के तौर पर मौका देगी या वरुण चक्रवर्ती पर भरोसा किया जाएगा। राहुल चाहर भी दौड़ में हैं और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी भी की है।
टीम इंडिया की चौथी बड़ी समस्या यह खड़ी हो गई है कि उसने अपने दोनों अभ्यास मैचों में लक्ष्य का पीछा किया है। दुबई में होने वाले नाइट मैचों की वजह से अच्छा होता अगर भारत को अभ्यास मैच में स्कोर बचाने का मौका मिलता। भारतीय टीम का गेंदबाजी टेस्ट दबाव में होता लेकिन ऐसा नहीं हो सका।