
नई दिल्ली: भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज पर धमाकेदार अंदाज में कब्जा जमाया। इस जीत के लिए कप्तान विराट रोहली की जितनी तारीफ हो रही है, उससे कहीं ज्यादा श्रेय यंग प्लेयर्स को दिया जा रहा है।
युवा खिलाड़ी रॉक
मुम्बई और कानपुर में खेले गए टेस्ट मैचों के दौरान जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत जैसे कई स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों ने धमाल मचाया। इस सीरीज के बाद भारतीय टीम में प्लेइंग ग्यारह का विकल्प बढ़ गया है। ऐसे में कप्तान विराट कोहली की टेंशन बढ़ती ही जा रही है।
इन 3 खिलाड़ियों ने बढ़ाई विराट की टेंशन
टीम इंडिया को इसी महीने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना है जहां उसे 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। विराट कोहली और चयनकर्ताओं के लिए यह तय करना मुश्किल होगा कि किसे टीम में रखा जाए और किसे ड्रॉप किया जाए, साथ ही प्लेइंग इलेवन का चुनाव भी काफी कंफ्यूजन वाला रहने वाला है। हम बता रहे हैं उन 3 खिलाड़ियों के बारे में, जिनसे चयनकर्ताओं की चिंता बढ़ती जा रही है।
1. श्रेयस अय्यर
विराट कोहली की अनुपस्थिति में, श्रेयस अय्यर को कानपुर में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने का मौका मिला, जिसका उन्होंने फायदा उठाया। इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 171 गेंदों में 105 रन बनाए थे. दूसरी पारी में भी श्रेयस का बल्ला ने तबाही मचाया और उन्होंने 65 रन बनाए. इस बेहतर प्रदर्शन के कारण उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब दिया गया। कीवी टीम के खिलाफ सीरीज के बाद श्रेयस अय्यर को टीम से बाहर करना या ग्यारह खेलना मुश्किल होगा।
2 मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल ने मुंबई टेस्ट के जरिए फॉर्म में वापसी की। पहली पारी में इंडिया टीम के शीर्ष क्रम के बिखरने के बावजूद वह एक छोर पर टिके रहे और 311 गेंदों में शानदार 150 रन बनाए। दूसरी पारी में भी उन्होंने 62 रन का योगदान दिया और ‘मैन ऑफ द मैच’ के हकदार बने। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब केएल राहुल और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज टेस्ट टीम में वापसी करेंगे तो मयंक को कहां एडजस्ट किया जाएगा? क्या इसके लिए अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा और को कुर्बानी देनी पड़ेगी?
3. जयंत यादव
मुंबई टेस्ट के चौथे दिन ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने तहलका मचा दिया। उन्होंने मैच की चौथा पारी में चार विकेट लिए और भारतीय टीम को ज्यादा अंतर से जीत दिलाने में मदद की. यह यादव का पांचवा टेस्ट था। इस मैच से पहले उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट फरवरी वर्ष 2017 में खेला था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी के लिए काफी संघर्ष किया था। चोटिल जडेजा जब ठीक होकर इंडिया टीम में वापसी करेंगे तो जयंत को प्लेइंग ग्यारह में जगह देना मुश्किल होगा, लेकिन इस खिलाड़ी ने अपनी दावेदारी जरूर पेश की है।