Wednesday, May 31Beast News Media

टीम इंडिया के पास मौजूद हैं दुनिया के 4 बेहतरीन डेथ ओवर गेंदबाज़! एक के सामने बल्लेबाजी से कतराते हैं बड़े बड़े बल्लेबाज़

जहां साल 2000 से पहले टीम इंडिया में गेंदबाज बल्लेबाजों पर दबाव बनाते नजर आते थे और बल्लेबाजों और गेंदबाजोंके बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलता था। वहीं वर्ष 2004 में T-20 क्रिकेट के आने के दौरान गेंदबाजों पर बल्लेबाजों का दबदबा देखा गया।

भारत के मौजूदा चार डेथ स्पेशलिस्ट गेंदबाज

भारतीय टीम के पास एक ऐसा गेंदबाज भी था जो डेथ ओवरों में गेंदबाजी करते हुए फिर से सक्रिय होने लगा। लेकिन आखिरी ओवरों के दौरान डेथ ओवरों के विशेषज्ञ गेंदबाजों की कमी रही। लेकिन इस समय इंडिया के पास एक से बढ़कर एक बेहतरीन डेथ स्पेशलिस्ट गेंदबाज भी हैं। आइए बात करते हैं T-20 के दौर में Team India के चार बेहतरीन डेथ स्पेशलिस्ट गेंदबाजों की।

Jasprit Bumrah

जसप्रीत बुमराह का नाम हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक के रूप में लिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जसप्रीत बुमराह ने बैट्समैनों के मन में अपने नाम का डर बना रखा है। जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर के साथ-साथ स्लोवर भी बहुत जयदा घातक होती है। जो उनको डेथ के रूप में बढ़िया बनाने में माहिर है।

Deepak Chahar

डेथ बॉलिंग के लिए दीपक चाहर का नाम यंग खिलाड़ियों में लिया जाता है। भारत में पदार्पण के दौरान दीपक चाहर ने शुरुआती ओवरों में अपनी स्विंग-गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान किया। फिर उन्होंने डेथ में मौका पाते हुए अपनी जबरदस्त गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। दीपक चाहर सीमित-ओवरों के क्रिकेट में और साथ ही डेथ-ओवरों में गेंदबाजी करने के मामले में बहुत उपयोगी गेंदबाज बन गए हैं।

Mohammed Shami

भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भारत के तीनों प्रारूप की टीमों में खेलते नजर आते हैं। मोहम्मद शमी ने अपनी गति एवं स्विंग गेंदबाजी से बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया है। शमी के पास डेथ पर गेंदबाजी करने की बेहतरीन कला है, यही वजह है कि वह टीम के लिए काफी बढ़िया खिलाड़ी साबित हुए हैं।

Bhuvneshwar Kumar

भारत के सबसे तेज गेंदबाज के रूप में पहचाने जाने वाले भुवनेश्वर कुमार ने सालों से टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण को संभाला है। पिछले 2 साल से लगातार चोटिल होने के कारण भुवी टीम में बने नहीं रह सके लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत हुनर के दम पर टीम में फिर से वापसी की है। 2012 में अपने डेब्यू के दौरान, भुवनेश्वर ने भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण को अपने कंधों पर ढोया। भुवनेश्वर कुमार वर्तमान में विभिन्न विविधताओं के कारण सर्वश्रेष्ठ-डेथ गेंदबाजों में से एक हैं।

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