
IND vs WI: वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे तथा टी20 सीरीज के लिए जैसे ही टीम इंडिया का अन्नोउसमेन्ट हुआ तो एक नाम देखकर क्रिकेट एक्सपर्ट और फैन्स हैरान रह गए. बात करें रह है दीपक हुड्डा की, जिनके टीम में एंट्री की संभावना नजर नहीं आ रही थी, लेकिन राजस्थान के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस क्रिकेटर को मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने मौका दिया।
दीपक हुड्डा को टीम में क्यों शामिल किया गया, आखिर उनमें क्या देखा गया और वह टीम इंडिया के लिए कैसे काम आ सकते हैं? ये सवाल क्रिकेट फैंस के मन में जरूर होंगे। दीपक हुड्डा इंडिया टीम के लिए कितने फायदेमंद होंगे इसका जवाब आपको मिल जाएगा, लेकिन पहले जानिए कैसे एक झगड़े ने बदल दी इस प्लेयर की किस्मत और अब प्रथम बार टीम इंडिया में दीपक हुड्डा को मौका मिला है।
वर्ष 2021 की शुरुआत होते ही दीपक हुड्डा के क्रिकेट करियर में ऐसा तूफान आया जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। बड़ौदा के लिए खेलने वाले Deepak Hooda ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी-2021 से ठीक पहले टीम से बाहर होने का फैसला किया। दीपक हुड्डा ने आरोप लगाया कि टीम के कप्तान कुणाल पांड्या ने उन्हें गालियां बखी। इतना ही नहीं दीपक ने आरोप लगाया कि पंड्या ने उनका करियर खत्म करने की धमकी दी थी। हुड्डा ने ये आरोप बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन को चिट्ठी लिखकर लगाए और उन्होंने टीम का बायो-बबल छोड़ दिया।
ग्यारह वर्ष बड़ौदा के लिए क्रिकेट खेलने वाले हुड्डा फिर आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स (RR) से जुड़े और उसके बाद उन्होंने ऐसा रन बनाया कि प्रशंसक देखते ही रह गए। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हुड्डा ने छः मैचों में 73.50 की बेजोड़ औसत से 294 रन बनाए। इतना ही नहीं उनका स्ट्राइक रेट 168 और उनके बल्ले पर 17 छक्के और 23 चौके लगे।
टीम इंडिया ने Deepak Hooda को क्यों दिया मौका?
दाएं हाथ के बेट्समैन दीपक हुड्डा कई वजहों से भारतीय टीम के लिए बेहद खास खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद से Team India को मैच फिनिशर की तलाश है और दीपक हुड्डा को इसकी काबिलियत नजर आती है। दीपक हुड्डा चौथे नंबर से लेकर नंबर 7 तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। हुड्डा के पास लंबे शॉट खेलने की क्षमता है, लेकिन साथ ही उनमें डबल्स और सिंगल लेकर खेल को आगे ले जाने की ताकत है। हुड्डा के पास ऑफ स्पिन का भी हुनर है। हुड्डा जरूरत पड़ने पर 4-5 ओवर फेंक सकते हैं और इसके अलावा भी वह एक बेहतरीन फील्डर भी हैं। दीपक हुड्डा की फिटनेस भी कमाल की है जो उनके लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट साबित होगा।
टीम इंडिया में दीपक हुड्डा के आने से भारतीय मिडिल क्रम बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ेगा। सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर इस समय मिडिलक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अब दीपक हुड्डा के आने से निश्चित तौर पर इन प्लेयर्स पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। बहरहाल, देखते हैं कि Team India कब और कहां दीपक हुड्डा का इस्तेमाल करती है।