
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। टेस्ट सीरीज के बाद टीम इंडिया वनडे श्रृंखला भी गंवा चुकी है। पार्ल में खेले गए तीन मैचों की ODI सीरीज के दूसरे मैच में भारत को सत विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ही मेजबान टीम ने श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। दक्षिण अफ्रीका ने ओपनर येनेमन मालन के 91 रन के दम पर द्वितीय वनडे आसानी से जीत लिया और प्रथम विकेट के लिए क्विंटन डी कॉक (78) के साथ 132 रन की साझेदारी की। हालांकि इंडिया के स्टार बेट्समैन विराट कोहली, केएल राहुल तथा श्रेयस अय्यर फ्लॉप साबित हुए।
भारत ने वर्ष 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज 5-1 से जीती थी। यही वजह थी कि उम्मीद की जा रही थी कि Team India वनडे में टेस्ट का बदला लेगी, हालांकि ऐसा नहीं हुआ। सीरीज बचाने के लिए टीमको किसी भी कीमत पर पार्ल में जीत की दरकार थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इन पांच वजहों से टीम मैच हार गई और श्रृंखला भी चली गई।
बिना खाता खोले लौटे विराट कोहली
विराट कोहली के पास बढ़िया शुरुआत का फायदा उठाने का मौका था लेकिन वह इस मैच का खाता भी नहीं खोल सके। कोहली के बल्लेबाजी करने के लिए आने से एक ओवर प्रथम शिखर धवन आउट हो गए, इसलिए टीम को यहां विराट से बड़ी पारी की उम्मीद थी, हालांकि वह केशव महाराज की बॉल पर बावुमा को कैच पकड़ाकर आउट हो गए।
केएल राहुल की स्लो बल्लेबाजी
कप्तान केएल राहुल की स्लो बल्लेबाजी भी टीम की हार का कारण बनी। राहुल तथा धवन जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो दोनों अच्छी लय में दिख रहे थे। गब्बर खुलकर खेल रहे थे लेकिन मार्कराम की बॉल पर आउट हो गए। इसके बाद विराट भी चलते बने। भारत को उस तेज रन की जरूरत थी लेकिन कएल राहुल धीमी बल्लेबाजी करते रहे और अंत में इंडिया का स्कोर 300 तक नहीं पहुंच सका।
वेंकटेश अय्यर और श्रेयस अय्यर विफल
टीम का मध्यक्रम इस बार भी घटिया रहा। वेंकटेश अय्यर और श्रेयस अय्यर दोनों ही टीम के लिए बड़ी पारियां खेलने में विफल रहे। ऋषभ और राहुल के जाने के बाद टीम को स्थायी साझेदारी की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। श्रेयस अय्यर ने 14 बॉल में मात्र 11 रन बनाए, जबकि वेंकटेश भी 22 रन ही बना सके। बॉलिंग में भी वेंकटेश कुछ भी कमाल नहीं कर पाए।
दक्षिण अफ्रीका की बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी
इंडिया टीम कभी मजबूत स्थिति में थी, हालांकि तब भी यह 300 का-आंकड़ा नहीं था, जिसका मुख्य कारण South Africa के स्पिन गेंदबाज थे। दक्षिण अफ्रीका के स्पिन आक्रमण ने Team इण्डिया को बड़ी साझेदारी करने का मौका नहीं दिया।
भारत को जल्दी विकेट नहीं मिल सके
बल्लेबाजी के अलावा हिंदुस्तान टीम की गेंदबाजी भी फ्लॉप रही। भारतीय गेंदबाजों को प्रथम विकेट लेने में 22 ओवर लगे। क्विंटन डी कॉक तथा जानेमन मालन की 132 रन की साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका की जीत की नींव रखी। मलान और टेम्बा बावुमा के विकेट गिरने के बाद ऐसा लग रहा था कि इंडिया टीम वापसी कर पाएगी लेकिन ऐसा भी नहीं हो सका।