
ओवल टेस्ट में टीम इंडिया के खिलाफ मिली करारी हार का दर्द इंग्लैंड 9इंग्लैंड के लिए काफी है. यह हार सिर्फ उनके लिए एक मैच हारना नहीं है, बल्कि 20 साल के दर्द को कुचलने वाली है। टेस्ट सीरीज का एक और मैच अभी बाकी है। लेकिन क्या फायदा? भले ही इंग्लैंड की टीम उसे जीत ले लेकिन उसके साथ जो घटना होनी थी वो हो चुकी है. उनका पुराना घाव अब एक बार फिर भर गया है। बेशक आप सोच रहे होंगे कि इंग्लैंड को वो दर्द मिला, आखिर वो घाव क्या है?
सवाल बड़ा है लेकिन जवाब हाजिर है। इंग्लैंड को आखिरी बार ओवल टेस्ट हारने के बाद घाव साल 2001 में मिला था। जी हां, टीम इंडिया के ढाई दिन से उबरे इस घाव का संबंध इंग्लैंड की घरेलू (Sumer) गर्मी से है। दरअसल, साल 2001 के बाद यह पहला मौका है, जब इंग्लैंड की टीम अपने घरेलू समर में एक भी टेस्ट सीरीज जीतने वाली नहीं है। टीम इंडिया के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज इस कड़ी में उनकी आखिरी उम्मीद थी। लेकिन, विराट कोहली के रैनबैंकर्स के ओवल जीतने के बाद वह भी कलंकित हो गईं।
ऐसा 1986 के बाद पहली बार हुआ
मैनचेस्टर में 5वां टेस्ट मैच जीतकर इंग्लैंड सीरीज को 2-2 से बराबरी पर ला सकता है। लेकिन जीत नहीं पाता। और, इंग्लैंड की टीम मटियामेट हो गई तो तब तो फिर 35 साल पुराना एक और दर्द उसके गले पड़ने का इंतजार कर रहा होगा। दरअसल, मैनचेस्टर से हारने के बाद 1986 के बाद यह पहला मौका होगा जब इंग्लैंड की टीम एक ही गर्मी में 2 घरेलू टेस्ट सीरीज हारेगी। इससे पहले वह जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में 1-0 से हार गए थे।
विराट सम्राट, टीम इंडिया के ठाठ
वहीं अगर टीम इंडिया मैनचेस्टर को जीत लेती है तो 5 टेस्ट की सीरीज में 3-1 से कब्जा कर लेगी। और, 2007 के बाद इंग्लैंड में यह उनकी पहली टेस्ट सीरीज जीत होगी। यह विराट कोहली की कप्तानी में इंग्लैंड में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत भी होगी