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एमएस धोनी ने अचानक क्यों लिया कप्तानी छोड़ने का फैसला? सीएसके के CEO ने बताई बड़ी वजह

नई दिल्ली: रविंद्र जडेजा सीएसके के नए कप्तान बन गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने अचानक CSK की कप्तानी छोड़ दी है। यह सभी के लिए हैरान करने वाला फैसला था कि आखिर माही ने आईपीएल 2022 से ठीक पहले कप्तानी क्यों छोड़ी। अब सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथ ने इसके पिछेबवजह बताई है।

सीएसके के सीईओ ने दिया बड़ा बयान

ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एमएस धोनी लंबे टाइम से कप्तानी छोड़ने के बारे में सोच रहे थे। उन्होंने महसूस किया कि रवींद्र जडेजा को कप्तानी सौंपने का यह सही टाइम है। रविन्द्र अपने करियर के बेहतरीन दौर से गुजर रहे हैं। उनके लिए सीएसके की कप्तानी करने का यह सही वक्त है। काशी विश्वनाथ ने आगे फिर कहा कि जब टीम अभ्यास के लिए जा रही थी। फिर उन्होंने कप्तानी छोड़ने की बात कही।

2021 में भी कप्तानी छोड़ने की चर्चा थी।

चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथ ने आगे कहा कि एमएस ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं बताया है। हालांकि, यह कई लोगों के लिए चौंकाने वाला निर्णय हो सकता है।’ रविन्द्र के नाम पर पहले भी चर्चा हो चुकी है। पिछले वर्ष भी इस पर प्रस्ताव आया था। हमें पता था कि वह माही के सबसे अच्छे उत्तराधिकारी होंगे। महेंद्र सिंह धोनी IPL की शुरुआत से ही चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपने दम पर चेन्नई टीम के लिए कई मैच जीते।

जडेजा बने कप्तान

अब CSK टीम की कमान रवींद्र जडेजा के हाथ में है। काशी विश्वनाथ ने कहा कि फ्रेंचाइजी को कप्तान के तौर पर जड्डू पर काफी भरोसा है। महेंद्र सिंह धोनी का मार्गदर्शन हमेशा उनके साथ रहेगा। कुल मिलाकर यह उनके लिए सीखने का बढ़िया मौका होगा।

जडेजा एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं


रवींद्र जडेजा काफी बढ़िया फॉर्म में चल रहे हैं। जडेजा बॉल के साथ-साथ बल्ले से भी योगदान देने में माहिर खिलाड़ी हैं। पिछले कई सीजन से वह सुपरकिंग्स के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे हैं। कप्तान धोनी को जब भी विकेट की जरूरत होती थी तो वह जड्डू का नंबर लगाते थे। रवींद्र जडेजा ने आईपीएल-2021 में RCB के खिलाफ मैच में एक ओवर में 5 छक्के लगाए थे। उनकी स्पिन के जादू से कोई नहीं बच पाया है। वह किसी भी पिच पर विकेट लेने क्षमता रखते हैं। अपने चार ओवर खेलना-किसी भी विरोधी टीम के लिए आसान नहीं होता।

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